Monday, January 7, 2013

Inspired during the Savai Gandharv Music Festival 2012

नाम से सम्मान मिले 
रूप धन से ही मान |
गुण धन कोई दाम न पावे 
गुनीजन क्यूँ पहचान ||

- पंडित कुमार गन्धर्वजी की बंदिश "अजब दुनिया जा रिया कहाँ है" से कुछ प्रेरणा.

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