नाम से सम्मान मिले
रूप धन से ही मान |
गुण धन कोई दाम न पावे
गुनीजन क्यूँ पहचान ||
- पंडित कुमार गन्धर्वजी की बंदिश "अजब दुनिया जा रिया कहाँ है" से कुछ प्रेरणा.
रूप धन से ही मान |
गुण धन कोई दाम न पावे
गुनीजन क्यूँ पहचान ||
- पंडित कुमार गन्धर्वजी की बंदिश "अजब दुनिया जा रिया कहाँ है" से कुछ प्रेरणा.
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